वैश्विक महामारी के दौर में चिकित्सा के क्षेत्र में डॉक्टर और नर्सेज आदि स्वास्थ्यकर्मियों की महत्ता को शिद्द्त से महसूस किया जा रहा है, जिससे इस क्षेत्र में उज्जवल भविष्य की अपार संभावनाएं हैं।
बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में छात्र-छात्राओं के लिए मेडिकल और पैरामेडिकल के क्षेत्र में पठन-पाठन की अपार संभावनाएं हैं। इसका मुख्य कारण बीआईयू मैनेजमेंट और फैकल्टी के द्वारा किए जा रहे सार्थक कार्य हैं, जिससे यह विश्वविद्यालय चिकित्सा-शिक्षा, स्वास्थ्य-सेवा और शोध-कार्यों के क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों से अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा है।
कोविड-19 विश्वव्यापी संकट के कारण विश्वविद्यालय परिवार ने एकजुट होकर महामारी से लड़ने के लिए जन-जन को जागरूक करने का अभियान चला रखा है, जिसमें विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर, नर्सेज, कर्मचारी और छात्र-छात्राएँ महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। विश्वविद्यालय ने अपनी कार्य-योजना को विस्तार देने के लिए हेल्थ केयर वर्कर्स, सोशल ऑर्गेनाइजेशंस और जीवन के अन्य तमाम क्षेत्रों के लोगों के साथ मिलकर मेडिकल और पैरामेडिकल से संबंधित पाठ्यक्रमों के अध्ययन-अध्यापन हेतु विश्वविद्यालय में उपलब्ध कोर्सेज से सम्बंधित कार्यनीति बनाई गई है, ताकि जरूरत पड़ने पर देश-सेवा के लिए कुशल एवं कर्मठ चिकित्सीय सेवाकर्मियों को समय रहते तैयार किया जा सके। वर्तमान में इस विश्वविद्यालय में मेडिकल और पैरामेडिकल में डिप्लोमा, अण्डर ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी आदि की शिक्षा बेहतर ढंग से प्रदान की जाती है।
रोजगारपरक कौशल विकास
बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी अपने छात्र-छात्राओं के रोजगारपरक कौशल विकास को सुनिश्चित करने के लिए अपने परिसर में सभी प्रकार की शैक्षणिक एवं शिक्षणेत्तर सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। बेहतरीन शिक्षण-प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगारपरक कौशल विकास को एक नई दिशा प्रदान करने का बीआईयू का यह प्रयास निश्चित ही रंग ला रहा है। यह विश्वविद्यालय मेडिकल और पैरामेडिकल के क्षेत्र में चिकित्सा एवं विज्ञान की अत्याधुनिक प्रणालियों के माध्यम से छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास में संलग्न है।
उच्चस्तरीय स्वास्थ्य शिक्षा
बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी की गणना उत्तर प्रदेश के शीर्ष चिकित्सा विश्वविद्यालयों में की जाती है। पिछले कुछ वर्षों से देश की कई पत्र-पत्रिकाएं अपने सर्वे में इस विश्वविद्यालय के मेडिकल और पैरामेडिकल संस्थानों को सम्मानजनक स्थान प्रदान करती रही हैं। यह विश्वविद्यालय उच्चस्तरीय स्वास्थ्य शिक्षा के साथ शोधपरक कार्यों में भी विशेष रुप से सक्रिय है, जिसका परिणाम यहाँ के प्रोफेसरों एवं छात्र-छात्राओं के राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शोध-पत्रों के प्रकाशन और वैचारिक संगोष्ठियों आदि में सार्थक सहभागिता के रूप में देखा जा सकता है।
व्यावहारिक ज्ञान पर फोकस
मेडिकल एवं पैरामेडिकल के क्षेत्र में सक्रिय इस विश्वविद्यालय के पास कई सौ शैया वाला मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल है, जिसमें अत्याधुनिक मशीनों के माध्यम से उच्चस्तरीय शिक्षा एवं स्वास्थ्य-सेवाएँ प्रदान की जाती हैं। इस विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचलित तकनीक का प्रयोग कर शिक्षण-प्रशिक्षण और स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने के साथ-साथ छात्र-छात्राओं के व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ाने के लिए रोगियों का परीक्षण कर उपचार करने की विशेष व्यवस्था है।
खुशनुमा वातावरण
कई बार यह देखा गया है कि मेडिकल और पैरामेडिकल के क्षेत्र में कार्य करने वाले डॉक्टर्स, नर्सेज, छात्र-छात्राएं और अन्य कर्मचारी कार्य करते-करते तनावग्रस्त हो जाते हैं, जिससे न केवल उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है, बल्कि उनकी कार्यशैली भी प्रभावित होती है। इस भयावह तथ्य को ध्यान में रखते हुए यह विश्वविद्यालय समय-समय पर तनाव दूरकर खुश रहने के लिए वर्कशॉप्स, योगा क्लासेज, ट्यूटोरियल्स आदि का आयोजन करती रहती है।
उपलब्ध पाठ्यक्रम
पीएचडी, एमबीबीएस, एमडी, एमएस, बीडीएस, एमडीएस, बीएससी (नर्सिंग), बीएससी (ऑप्टोमेट्री), बीएससी (फोरेंसिक साइंस), बीपीटी, बी-फार्मा, डी-फार्मा, डिप्लोमा (एमआरआई टेक्नीशियन), डिप्लोमा (डाइलेसिस टेक्नीशियन), डिप्लोमा (डेंटल मैकेनिक्स) आदि।